आधुनिक संस्कृत में 'देवनागरी लिपि' का अर्थ हिंदी, संस्कृत, मराठी आदि भाषाओँ की वर्णमाला है जिसका शास्त्रीय अर्थ से कोई सम्बन्ध नहीं है.
देव उस जाति का नाम है जिसने भारत राष्ट्र की संकल्पना की और इसे विकसित किया.
नागरी शब्द फ्रांसीसी भाषा के शब्द नाकाराड्स से बना है जिसका अर्थ गहरा लाल-नारंगी रंग अथवा ऐसे रंग का सुकोमल वस्त्र है जिसे praacheen काल में देवों द्वारा उत्तरीय के रूप में उपयोग किया जाता था.
इस शब्द संग्रह में लिपि का अर्थ बाहरी वस्त्र है.
इस प्रकार देवनागरी लिपि का अर्थ 'देवों द्वारा उत्तरीय के रूप में धारण गहरे लाल-नारंगी रंग का वस्त्र' है.
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