बुधवार, 24 फ़रवरी 2010

भिक्षु, भिक्षा

शास्त्रों में शब्द भिक्षु तथा भिक्षा क्रमशः लैटिन भाषा के शब्दों victus एवं 'victualis' से बनाये गए हैं जिनके अर्थ क्रमशः ''मनुष्यों हेतु भोजन' तथा 'मनुष्यों हेतु खाद्य सामग्री' हैं. आधुनिक संस्कृत के अनुसार शब्दार्थ अंतर के माध्यम से मानवता की कर्म प्रधानता के शत्रुओं ने भीख मांग कर खाने को गौरवान्वित किया है जो शास्त्रीय परंपरा के अनुसार घृणा योग्य था.

इस प्रकार 'बौद्ध भिक्षु' का वास्तविक मंतव्य 'बुद्ध का भोजन' है, जिसे विकृत कर लाखों युवाओं को पथ भृष्ट किया गया और उन्हें भीख पर आश्रित किया गया. भारत में भीख मांग कर खाने के निंदनीय कार्य के गौरव की परंपरा अभी तक चल रही है और देश की लगभग ५ प्रतिशत जनसँख्या भीख मांग कर खा रही है.

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