वेदों और शास्त्रों में पाए गए वर्य तथा वरीय शब्द लैटिन भाषा के शब्द variorum से उद्भूत हैं जिसका अर्थ 'भिन्न' है न कि 'इच्छित अथवा वांछित' जैसा कि आधुनिक संस्कृत में माना गया है. अतः आधुनिक संस्कृत के आधार पर किये गए उक्त ग्रंथों के अनुवाद भ्रामक हैं.
सब कुछ क्या लैटिन से ही आया है|
जवाब देंहटाएंवाह बहुत अच्छा। बहुत बढ़िया। जानकारी के लिए धन्यवाद। कहना कतई उचित नहीं है। क्योंकि आपके प्रोफाइल के लिए ये शब्द छोटे हैं। लेकिन मेरी जानकारी आपकी जानकारी से मेल नहीं खाती है। मैंने जहां तक पढ़ी है। ये शब्द संस्कृत से लैटिन या ग्रीक में लिए गए हैं। लेकिन आप इसे ग्रीक से संस्कृत में लिया बता रहे हैं। और इसी के अनुसार संस्कृत की व्याख्या करने को कह रहे हैं। ये मेरे पल्ले नहीं पर रहा है।
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति उलझना सुलझना
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