विद्युत शक्ति आधुनिक मानव की जीवन-रेखा है. इसका अभाव जीवन को अस्त-व्यस्त कर देता है. यही उत्तर प्रदेश में होता रहा है. अतः यहां लोग भरपूर जीवन नहीं रहे, बस अपना जीवन-काल व्यतीत कर रहे हैं. इसमें शासन का दोष तो है ही लोग भी कम दोषी नहीं हैं. प्रदेश का विद्युत संकट यहां के लोगों के सुख एवं सम्पन्नता से ही सम्बन्ध नहीं रखता, अपितु उनकी मानसिकता एवं चरित्र भी गहन सम्बन्ध रखता है. अतः विद्युत संकट के आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक तीनों पक्ष हैं।
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बुधवार, 4 जून 2014
मंगलवार, 16 मार्च 2010
चर, चरित, चरित्र
भारतीयों वेदों और शास्त्रों में उपयुक्त शब्द चर, चरित और चरित्र परस्पर सम्बंधित हैं और लैटिन भाषा के शब्दों cars, caritas, से उद्भूत हैं जिनके अर्थ क्रमशः .'प्रिय' एवं 'प्रेम' हैं. इन्ही से फ्रांसीसी भाषा का शब्द चरित्रे बना है जिसका अर्थ 'परोपकार' है जो प्रेम से ही उत्पन्न होता है. अतः शास्त्रीय शब्द चर का अर्थ 'प्रिय', तथा चरित का अर्थ 'प्रेम' हैं. चरित्र शब्द क्रिया शब्द है जिसका अर्थ 'प्रेम करना' है.
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