जनपद बुलंदशहर के खंदोई गाँव में लोगों के आवागमन की दो ज्वलंत समस्याएं हैं जिनका संबंध गाँव के मार्गों से है.
१. खंदोई-ऊंचागांव मार्ग - गांव को बाहरी दुनिया से जोड़ने वाला यह मुख्य मार्ग दो किलोमीटर लम्बा है जिसमें से ऊंचागांव की ओर का एक किलोमीटर लगभग चार वर्ष पूर्व पक्का बना दिया गया किन्तु गाँव की ओर का एक किलोमीटर अत्यंत बुरी स्थिति में है जिसपर ईंटों का खड़ंजा भी लगभग २०-२५ वर्षा पहले लगाया गया था. इस ऊबड़-खाबड़ मार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों बच्चे अपने स्कूलों को जाते हैं, ग्रामीण अपनी नित्य खरीदारी के लिए ऊंचागांव आते-जाते हैं, प्रत्येक पूर्णमासी और अन्य विशेष गंगा-स्नान पर्वों और कावड़ यात्रा के समय हज़ारों यात्री इस मार्ग का प्रयोग करते हैं. गाँव के किसान अपने उत्पादों को बेचने भी इसी मार्ग से आते-जाते हैं. एक अपवाद के अतिरिक्त लम्बे समय से इस क्षेत्र के विधायक एवं सांसद वर्त्तमान सत्ताधारी भाजपा के ही बनते आये हैं जिनमें से प्रत्येक ने चुनाव पूर्व इस मार्ग को पक्का बनवाने के वायदे भी किये हैं जो चुने जाने के बाद भुलाये जाते रहे हैं.
२. खंदोई में मुख्य मार्ग - लगभग ५०० मीटर लम्बा यह मार्ग एक और उपरोक्त खंदोई-ऊंचागांव मार्ग पर जुड़ा है एवं दूसरी और गाँव के उस विशाल चौक से जुड़ा है जिसपर स्वतन्त्रता संग्राम में तिरंगा फहराया गया था. यह चौक अब शर्मनाक अतिक्रमणों के कारण एक संकरा मार्ग बन गया है. खंदोई की लगभग एक तिहाई जनसँख्या इसी मुख्य मार्ग पर बसती है जिसमें कुम्हार, वैश्य, जाट, ब्राह्मण,तेली, बढ़ई, खटीक, नाई, ठाकुर, धोबी, आदि अनेक छटे-छोटे जाति समुदाय सम्मिलित हैं. उपरोक्त खंदोई-ऊंचागांव मार्ग का उपयोग करने वाले सभी यात्री इसी मार्ग से होकर आते-जाते हैं. इसके अतिरिक्त स्थानीय आवागमन भी इस मार्ग पर बना रहता है. गाँव की चार स्थानीय दुकानें एवं दोनों आटा चक्कियां भी इसी मार्ग पर स्थित हैं. इन कारणों से यह गाँव का व्यस्ततम मार्ग है जिसपर प्रत्येक ५ वर्ष में खड़ंजा लगाया जाता है जबकि इस मार्ग को सीमेंट-कंकरीट से बनाना अत्यंत लाभकर एवं आवश्यक है. किन्तु इससे पूर्व इस मार्ग पर किये गए अनेक अतिक्रमणों को हटाना आवश्यक होगा.
मुझे अभी ज्ञात हुआ है कि गाँव की उपरोक्त ज्वलंत समस्याओं की अनदेखी करते हुए गाँव के ही एक सम्पन्न परिवार, जो गाँव में महीने में १-२ दिन के लिए ही आता है, के आग्रह पर उसी परिवार से जातीय सम्बन्ध के कारण भाजपा के वर्त्तमान बुलंदशहर जिला-पंचायत अध्यक्ष ने गाँव के मुख्य चौक से उस परिवार के घर और कृषि-खेतों तक के लगभग ४०० मीटर लम्बे मार्ग को सीमेंट-कंक्रीट से बनवाने की सहमति दे दी है. इस प्रकार यह कार्य पद का दुरूपयोग तो होगा ही, कुछ लोगों के वैभव प्रदर्शन हेतु सार्वजनिक धन का शर्मनाक दुरूपयोग भी होगा, जिसे रोका जाना चाहिए.
१. खंदोई-ऊंचागांव मार्ग - गांव को बाहरी दुनिया से जोड़ने वाला यह मुख्य मार्ग दो किलोमीटर लम्बा है जिसमें से ऊंचागांव की ओर का एक किलोमीटर लगभग चार वर्ष पूर्व पक्का बना दिया गया किन्तु गाँव की ओर का एक किलोमीटर अत्यंत बुरी स्थिति में है जिसपर ईंटों का खड़ंजा भी लगभग २०-२५ वर्षा पहले लगाया गया था. इस ऊबड़-खाबड़ मार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों बच्चे अपने स्कूलों को जाते हैं, ग्रामीण अपनी नित्य खरीदारी के लिए ऊंचागांव आते-जाते हैं, प्रत्येक पूर्णमासी और अन्य विशेष गंगा-स्नान पर्वों और कावड़ यात्रा के समय हज़ारों यात्री इस मार्ग का प्रयोग करते हैं. गाँव के किसान अपने उत्पादों को बेचने भी इसी मार्ग से आते-जाते हैं. एक अपवाद के अतिरिक्त लम्बे समय से इस क्षेत्र के विधायक एवं सांसद वर्त्तमान सत्ताधारी भाजपा के ही बनते आये हैं जिनमें से प्रत्येक ने चुनाव पूर्व इस मार्ग को पक्का बनवाने के वायदे भी किये हैं जो चुने जाने के बाद भुलाये जाते रहे हैं.
२. खंदोई में मुख्य मार्ग - लगभग ५०० मीटर लम्बा यह मार्ग एक और उपरोक्त खंदोई-ऊंचागांव मार्ग पर जुड़ा है एवं दूसरी और गाँव के उस विशाल चौक से जुड़ा है जिसपर स्वतन्त्रता संग्राम में तिरंगा फहराया गया था. यह चौक अब शर्मनाक अतिक्रमणों के कारण एक संकरा मार्ग बन गया है. खंदोई की लगभग एक तिहाई जनसँख्या इसी मुख्य मार्ग पर बसती है जिसमें कुम्हार, वैश्य, जाट, ब्राह्मण,तेली, बढ़ई, खटीक, नाई, ठाकुर, धोबी, आदि अनेक छटे-छोटे जाति समुदाय सम्मिलित हैं. उपरोक्त खंदोई-ऊंचागांव मार्ग का उपयोग करने वाले सभी यात्री इसी मार्ग से होकर आते-जाते हैं. इसके अतिरिक्त स्थानीय आवागमन भी इस मार्ग पर बना रहता है. गाँव की चार स्थानीय दुकानें एवं दोनों आटा चक्कियां भी इसी मार्ग पर स्थित हैं. इन कारणों से यह गाँव का व्यस्ततम मार्ग है जिसपर प्रत्येक ५ वर्ष में खड़ंजा लगाया जाता है जबकि इस मार्ग को सीमेंट-कंकरीट से बनाना अत्यंत लाभकर एवं आवश्यक है. किन्तु इससे पूर्व इस मार्ग पर किये गए अनेक अतिक्रमणों को हटाना आवश्यक होगा.
मुझे अभी ज्ञात हुआ है कि गाँव की उपरोक्त ज्वलंत समस्याओं की अनदेखी करते हुए गाँव के ही एक सम्पन्न परिवार, जो गाँव में महीने में १-२ दिन के लिए ही आता है, के आग्रह पर उसी परिवार से जातीय सम्बन्ध के कारण भाजपा के वर्त्तमान बुलंदशहर जिला-पंचायत अध्यक्ष ने गाँव के मुख्य चौक से उस परिवार के घर और कृषि-खेतों तक के लगभग ४०० मीटर लम्बे मार्ग को सीमेंट-कंक्रीट से बनवाने की सहमति दे दी है. इस प्रकार यह कार्य पद का दुरूपयोग तो होगा ही, कुछ लोगों के वैभव प्रदर्शन हेतु सार्वजनिक धन का शर्मनाक दुरूपयोग भी होगा, जिसे रोका जाना चाहिए.