शास्त्रीय शब्द 'ऋण' का अर्थ जीवधारियों के शरीर में उपस्थित अंग 'किडनी' है जो रक्त से अनावश्यक जल को 'मूत्र' के रूप में
निष्कासित करता है. यह शब्द लैटिन भाषा के शब्द renes से उद्भूत है. इसका आधुनिक संस्कृत अर्थ 'क़र्ज़' से कोई सम्बन्ध नहीं है. इससे शास्त्रीय अनुवाद में भ्रान्ति उत्पन्न की गयी है.