शास्त्रीय शब्द 'लिंग' लैटिन भाषा के शब्द 'lingua' से बनाया हुआ है जिसका अर्थ 'जिह्वा' है. इसे वचनों के भाव में भी लिया गया है.
तदनुसार 'शिवलिंग' का अर्थ 'सुवचन' है. इसे 'पालन करने योग्य' संकेतों के रूप में भी लिया गया है. आधुनिक संस्कृत में लिंग का अर्थ नर, मादा भेद के लिए किया जाता है जिसका शास्त्रीय सन्दर्भों से कोई मेल नहीं है.