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रविवार, 4 अप्रैल 2010
कस्तूरी
शास्त्रीय शब्द 'कस्तूरी' एक सुगन्धित द्रव्य का नाम है जो औषधियों और सुगंधियों में उपयोग किया जाता है तथा बीवर नामक चूहे जैसे एक जंतु से प्राप्त होता है. इस जंतु को ग्रीक भाषा में kastor तथा लैटिन भाषा में castor कहा जाता है. इसी जंतु को सुकोमल शालीन बालों से युक्त त्वचा के लिए भी जाना जाता है जिससे टोपी आदि बनायी जाती हैं. कस्तूरी जैसा ही सुगन्धित द्रव्य 'मूषक' एक विशेष मृग की नाभि में स्थित होता है.इस मृग के सींग नहीं होते और यह मध्य तथा पूर्वी एशिया में पाया जाता है.
शुक्रवार, 26 मार्च 2010
मूषक
शास्त्रों के भ्रमात्मक एवं प्रचलित अर्थों के अनुसार मूषक का अर्थ चूहा कहा जाता है जिसे एक सुप्रसिद्ध देव गणेशजी का वाहन कहा जाता है जो एक मूर्खतापूर्ण भाव है. शास्त्रों में यह शब्द ग्रीक भाषा के शब्द moschos का देवनागरी स्वरुप है जिसका हिंदी अर्थ कस्तूरी जैसी सुगंधि वाला किन्तु इससे भिन्न एक द्रव्य है. अतः गणेशजी के सन्दर्भ में मूषक शब्द का उपयोग गणेश जी द्वारा इस द्रव्य के बारे में अध्ययन को इंगित करता है. यह द्रव्य अनेक फलों जैसे भिन्डी, खरबूजा, आदि में भी पाया जाता है.
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